Karnataka EVM News कर्नाटक में 10 मई 2023 को विधानसभा चुनाव के दौरान लोगों ने ईवीएम मशीन तोड़ डाला ।
Karnataka EVM News: दोस्तों सोशल मीडिया पर EVM फोड़ने वाला यह विडियो सायद अपने भी देखा होगा । हमने सोचा की इस खबर के साथ साथ EVM के मुद्दे पर आपको कुछ जानकारी भी दिया जाए ।
सबसे पहले आपको इस विडियो के बारे में बता दें की 10 मई 2023 को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ ।
चुनाव के दौरान विजयपुरा जिले के एक गांव के लोगों ने EVM मशीन और VVPAT मशीन को रास्तेपर पटक कर फोड़ डाला ।
और इस विडियो से अंदाजा लगाया जा सकता है की लोग अब किसि भी कीमत पर EVM में धांधली बर्दाश्त करने वाले नहीं है ।
ये आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले RSS-BJP की केंद्र सरकार चुनाव आयोग के लिए खतरे की घंटी भी है ।
दूसरी बात, देश के ज़्यादातर लोग EVM मशीन पर यकीन नहीं करते है । यह हम इसी लिए कह रहें है की सोशल मीडिया पर जितना भी EVM मशीन को लेकर Experiment करने वाला जो विडियो अपलोड किया हुआ है । Karnataka EVM News

उन सारी विडियो पर ज़्यादातर कमेंट EVM मशीन के खिलाफ ही देखने को मिलता है ।
जानकारी के लिए आपको बता दें की भारत मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अधक्ष मा. वामन मेश्राम ने EVM घोटाले को रोकने के लिए 2024 में 15 लाख EVM मशीन फोड़ने का योजना पर काम कर रहें है ।
EVM पर हो रहे घोटाले के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए वामन मेश्राम के नेतृत्व में भारत मुक्ति मोर्चा व बहुजन क्रांति मोर्चा द्वारा EVM भंडाफोड़ परिवर्तन यात्रा सारे देशभर में चलाया जा रहा है । Karnataka EVM News
जो की 365 दिन तक चलने वाला है ।
इन विडियोज में आप देख सकते हैं की EVM भंडाफोड़ परिवर्तन यात्रा को लाखों लोग समर्थन कर रहें हैं ।
सिर्फ समर्थन ही नहीं मकान से बाहर निकाल कर लोग परिवर्तन यात्रा में शामिल हो रहें है । पैदल यात्रा में कदम से कदम मिला कर चल रहें हैं और साथ सहयोग भी कर रहें है ।
EVM भंडाफोड़ परिवर्तन यात्रा में भारत की इतिहास में पहली बार ऐसा नारे लगाया जा रहा है की EVM मशीन चोर है और चुनाव आयोग चोरों की सर्दार है ।
और भी कई सारें नारे लगाया जा रहें हैं । जैसे की वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा नहीं चलेगा ।
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और एक बात आपको साफ साफ बता दें की विदेशी ब्राह्मणों द्वारा भारत पर कब्जा किया हुआ गैर बराबरी ब्राह्मणवादी शासन व्यवस्था के खिलाफ खुलेआम चुनौती देनेवाला वर्तमान समय के बहुजन नायक मा. वामन मेश्राम का नेतृत्व देश में प्रभावशाली बन गया है ।
बताया जा रह है की जितना जल्दी ज्यादा से ज्यादा बहुजन लोग वामन मेश्राम के नेतृत्व में जो आंदोलन चल रहा है उसका साथ सहयोग देंगे उतनाही जल्दी बहुजनों की समस्या का समाधान संभव होगा ।
लेकिन चुनाव आयोग द्वारा EVM मशीन के साथ पेपर ट्रेल मशीन लगाकर लोगों को यकीन दिलाने की कौशिश कर रही है ।
भारत मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अधक्ष मा. वामन मेश्राम का कहना है की ईवीएम मशीन और पेपर ट्रेल मशीन की मतदान किया हुआ पर्ची की 100 फीसदी मिलान होना चाहिए ।
Waman Meshram ने EVM के मुद्दे पर सूप्रीम कोर्ट पर याचिका दायर किया था । जिसके चलते सूप्रीम कोर्ट ने EVM मशीन के साथ पेपर ट्रेल मशीन लगा ने का निर्देश चुनाव आयोग को दिया हुआ है ।
वामन मेश्राम का कहना है की भले ही ईवीएम मशीन के साथ पेपर ट्रेल मशीन लगाया जाए लेकिन, EVM मशीन और पेपर ट्रेल मशीन की पर्ची की 100 फीसदी मिलान होना जरूरी है ।
और यह निर्देश सूप्रीम कोर्ट ने भी दे दिया था । बाद में बिपक्षी दलों के नेता ने सूप्रीम कोर्ट में जाकर फैसला किया हुआ निर्देश होने के बावजूत सिर्फ 10 फीसदी पर्ची मिलान करने का याचिका दायर किया ।
जिससे हुआ ये की अब 10 फीसदी ही पर्ची की मिलान होगी ।
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अगर ऐसा लगातार होता रहा देश में लोगों की भविष्य अंधेरे में चला जाएगा । क्यों की जो राजनीतिक दल एक बार सरकार बना लिया फिर वही लगातार EVM मशीन के जरिए देश में राज करते रहेंगे ।
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